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एलिवेटर पिच को माध्यम बनाकर खींचे इन्वेस्टर्स व कस्टमर्स का ध्यान |
एस्पायरिंग व एस्टैब्लिस्ड आंत्रप्रेन्योर्स के लिए यह जरुरी होता है। की वे अपने पोटेंशियल इन्वेस्टर्स व कस्टमर्स तक अपना स्टार्टअप वैल्यू प्रपोज़िशन कम्युनिकेट कर पाए इसलिए अच्छे कम्युनिकेटर्स खुद में ऐसी क्षमता विकसित करते है। की वे एलिवेटर पीचेज में अपनी पूरी बात कह सके बिज़नेस कोच व ऑथर. मार्क विस्कआप के अनुसार। एलिवेटर पिच में अपनी बात कहना एक ऐसी खास काबिलियत है जिससे आप पहली मुलाकात में ही किसी इंसान का ध्यान व कल्पना आकर्षित करते है। और वह भी इतने समय में जितना आपको एक एलिवेटर में ऐंटर कर उसमे निचे जाने और बिल्डिंग की लॉबी क्रॉस करने में लगता है। दूसरे शब्दो में तो करीब एक मिनट के समय में कोई किये बिना अपनी बात ऑडियंस पहुंचाना। ऐसे ही कुछ एरर्स के बारे में यहाँ जानकारी दी जा रही है जिन्हे अवॉइड कर आप अपनी एलिवेटर पिच के जरिये अपने इन्वेस्टर्स व कस्टमर्स पर गहरा प्रभाव छोड़ सकते है
आंत्रप्रेन्योरशिप के अब तक के सफर में चाहे आपने कितने ही शानदार प्रयास किए हों, लेकिन अपनी जर्नी की बात करना तब तक व्यर्थ है जब तक आपका इन्वेस्टर या कस्टमर आपकी प्रॉब्लम, उसके सॉल्यूशन व खुद पर उसके प्रभाव को नहीं समझता। इसलिए अपनी आंत्रप्रेन्योरशिप की स्टोरी किसी अगली मीटिंग के लिए बचाकर रखें, जब आपको उन प्रयासों का लाभ मिल चूका हो।
दृढ़ विश्वास के साथ अपनी बात रखना हमेशा फायदेमंद ही साबित होता है, लेकिन इम्प्रूव्ड प्रोडक्टिविटी या लोअर कॉस्ट जैसी मार्केटिंग टर्म्स आपकी बात को अच्छे ढंग से पेश नहीं कर पाएंगे। इसकी बजाए आप ऐसे स्पष्ट आंकड़े सामने रखें जिन्हे किसी संदर्भ में समझा जा सके जैसे इससे आपकी कॉस्ट में 40% की कमी होगी या इससे आपकी प्रोडक्टिविटी में 50% का इजाफा होगा।
चूंकि इन्वेस्टर्स आपके सॉल्यूशन से अधिक आप और आपकी टीम में इन्वेस्ट करते हैं, इसलिए उन्हें यह मालूम होना जरुरी है की आप अपनी किन खूबियों या पिछले रिकॉर्ड की बदौलत अपने कॉम्पटिशन से आगे हैं
कस्टमर्स हमेशा ऑलटर्नेटिव्स के बारे में सोचते हैं और इन्वेस्टर्स कॉम्पिटिटर्स के बारे में। केवल टेक्नोलॉजी व फीचर्स के ही बारे में बात करना उन्हें आपसे दूर कर सकता है। इसलिए अपने यूनिक एडवांटेजेज, एडेड वैल्यू मार्किट सेंसिटिविटीज, कॉम्पिटिटर्स की लिमिटेशंस और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी को हाईलाइट करने का प्रयास करना चाहिए।
माना जाता है की इंवेस्टर्स का अटेंशन स्पैन केवल 30-60 सेकंड्स या 150 से 250 शब्दों तक सिमित रहता है। अटेंशन स्पैन का फायदा उठाने के लिए अगर आप जल्दी-जल्दी बोलकर अधिक शब्द अपनी पिच में शामिल करना चाहेंगे तो इससे आप एक बुरा फर्स्ट इम्प्रेशनक्रिएट करेंगे और मैसेज के मुख्य पॉइंट्स भी उनकी अटेंशन में लेन से चूक जाएंगे। इसलिए फोकस्ड रहें और समय सिमा का ध्यान रखें।
अपनी सबसे अच्छी लाइन का उपयोग अंत में करना
अगर आप यह उम्मीद करते हैं की लोग आपकी बात ध्यान से अंत तक सुनते रहेंगे और इसलिए आप अपनी सबसे अच्छी लाइन का इस्तेमाल अपनी बात की समाप्ति के लिए कर सकते हैं तो यह दांव आपके लिए उल्टा भी पड़ सकता है। इससे अच्छी स्ट्रैटजी यह होगा की आप अपनी सबसे अच्छी लाइन से ही अपनी बात का शुरुआत करें। किसी भी इंवेस्टर का ध्यान आकर्षित करने का सबसे अच्छा तरीका है, प्रॉब्लम की एक संक्षिप्त परिभाषा देकर अपना यूनिक सॉल्यूशन देना। उदहारण के लिए मैंने एक नया टायर पेटेंट करवाया है जो आधी कीमत में दोगुनी दुरी तय करने में सक्षम है।
अगले स्टेप को भूल जाना
आपको पहले ही मिनट से इंवेस्टमेंट का वादा पाने या कस्टमर के साथ डील करने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। इसलिए हर एलिवेटर पिच का मुख्य एलिमेंट होना चाहिए एक फॉलो-अप सेशन की रिकवेस्ट करना ताकि आप इन्हे अन्य डिटेल्स बता सकें और उनके सवालों के जवाब भी दे सके।
केवल अपने शब्दों पर ही भरोसा करना
सवालों के जवाब देने व अपनी सहायता के लिए कुछ ऐसी चीज साथ रखनी चाहिए जिसे आप इन्वेस्टर्स या कस्टमर्स को थमा सकें। जहां इंवेस्टर्स के लिए आपके प्लान की एग्जीक्यूटिव समरी सही रहेगी, वही कस्टमर्स के लिए सैंपल,डेमो डिवाइस या ब्रोशर मैसज को मजबूत करेंगे। ये सभी चीजें आपकी तयारी व गंभीरता को भी मजबूती प्रदान करेंगी।
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