कस्टमर्स को अच्छा अनुभव देने के लिए रिटेलर्स को सही प्रोडक्ट्स सही समय पर उन तक पहुंचाना होता है। इसका बड़ा उदहारण है, अमेजन प्राइम का वन डे डिलीवरी ऑप्शन। अब इंटरनेट ऑफ थिंग्स, सेंसर्स व मोबाइल डिवाइसेज से वेयरहाउसेज में रियल टाइम डेटा को कलेक्ट व एनलाइज कर उससे इंवेंटरी को मैनेज करने, कस्टमर्स की जरुरत को समझने और डिमांड का अंदाजा लगाने जैसे काम किए जाते हैं ताकि प्रोडक्ट्स की डिलीवरी लेट न हो।
समय के साथ कस्टमर्स की डिमांड में भी अब बदलाव आया है। अब वे अपने पसंदीदा प्रोडक्ट्स के साथ फीचर्स व् प्राइस संबंधी तुलना व् पर्सनलाइज्ड रिकमंडेशंस भी चाहते हैं। इसके लिए उनके बाइंग हिस्ट्री के आधार पर एक पर्सनलाइज्ड अनुभव मुहैया करावाया जा सकता है। कस्टमर डेटा व् एनालिटिक्स और एआई की मदद से आप कंज्यूमर्स के लिए पर्सनलाइज्ड अनुभव तैयार कर सकते हैं जिससे न केवल आपके सेल्स बढ़ेंगे, बल्कि रिपीट परचेजेज व ब्रांड लॉयल्टी में भी इजाफा होगा।
ऑगमेंटेड रिएलिटी (एआर) और वर्चुअल रिएलिटी (वीआर) की मदद लेकर रिटेलर्स अपने अपने कस्टमर्स के एक्सपीरिएंस को बेहतर बना सकते हैं। जैसे वे स्मार्ट एप्स के जरिए कस्टमर्स को घर बैठे ही अपने स्टोर जैसा अनुभव दे सकते हैं ताकि वे कपडे व् ग्लासेज जैसे चीजें ट्राई कर सकें। इसका एक बड़ा फायदा होगा ऑर्डर रिटर्न्स में कमी। साथ ही एआर की मदद से उन्हें इन-स्टोर नेविगेशन भी उपलब्ध कराया जा सकता है ताकि वे स्टोर में आसानी से अपने पसंदीदा प्रोडक्ट्स लोकेट कर सकें।
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