आर्थिक मोर्चे पर तमाम चुनौतियों के बिच एक राहत भरी खबर
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जून में शुरू हुई 10,954 नई कंपनियां |
कोरोनावायरस की वजह से चुनौतियों से जूझ रही भारतीय अर्थवयवस्था के लिए राहत भरी खबर है। इतनी परेशानियों के बाद भी देश के उधमी देश की अर्थवयवस्था में भरोसा जताते हुए बड़ी संख्या में नई कंपनियां रजिस्टर करवा रहे हैं। जून में तो नई कंपनियां का रजिस्ट्रेशन पिछले साल जून के महीने में गठित हुई कंपनियों की संख्या के भी पार हो गया। कंपनी मामलों के मंत्रालय से मिले आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है।
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल जून में सब कुछ सामान्य था तब 9,619 कंपनियां गठित हुई थीं। वहीं, इस साल तमाम परेशानियों और स्थानीय स्तर पर कई जगह लॉकडाउन होने के बावजूद कुल 10,954 नई कंपनियों का गठन हुआ। मई 2020 की तुलना में जून 2020 में नई कंपनियों के गठन में 126 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया। इसमें आधी नई कंपनियों का गठन सिर्फ पांच राज्यों में हुआ है।
विश्वाश कायम: उधमी भारतीय अर्थवयवस्था में दिखा रहे भरोसा
कुल गठित कंपनियों में आधी इन पांच राज्यों से
राज्य ⇿ नई कंपनियां
महाराष्ट्र 1,699
दिल्ली 1,246
यूपी 1,200
कर्नाटक 932
तमिलनाडु 731
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इसमें आधी नई कंपनियों का गठन सिर्फ पांच राज्यों में हुआ है।
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किस सेक्टर की कितनी कंपनियां: बिजनेस सर्विसेज का दबदबा बरकरार, मेन्युफेक्चरिंग में मामूली इजाफा
31% → 3,399 बिजनेस सर्विसेज
21% → 2,360 मेन्युफेक्चरिंग
14% → 1,499 ट्रेंडिंग
13% → 1,411 सोशल सर्विस
6% → 644 कंट्रक्शन
5% → कृषि संबंधी
10% → अन्य
नई कंपनियों में सर्विस सेक्टर की हिस्सेदारी लगभग आधी है। कंट्रक्शन सेक्टर की कंपनियों में कमी आई है।
अप्रैल - मई में आई थी कमी, जून में बैकलॉग क्लीयर हुआ: विशेषज्ञ
चिर अमृत लीगल एलएलपी के सीए अभिषेक पांड्या के मुताबिक, इस साल जून में नई कंपनियों के रजिस्ट्रेशन बढ़ने के दो प्रमुख कारण हैं। पहला तो यह है की अप्रैल और मई में कंपनियों के गठन में बहुत ज्यादा कमी आ गई थी। ऐसे में जून में एक तरह से बैकलॉग क्लीयर है। दूसरा, वित्त मंत्रालय की और से कॉर्पोरेट टैक्स की गई कमी से कारोबारियों का रुझान कंपनी गठन की और से बढ़ा है। जो लोग पहले एलएलपी बनाते थे, वे भी अब कंपनी का गठन कर रहे हैं।
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