सरकार ने स्टार्टअप के टर्नओवर की लिमिट 100 करोड़ रूपए की
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सरकार ने स्टार्टअप कंपनियों को बड़ी रहत देने का फैसला किया है। |
स्टार्टअप को पहले टैक्स में छूट 10 करोड़ रूपए के निवेश तक ही मिलती थी
सरकार ने स्टार्टअप कंपनियों को बड़ी रहत देने का फैसला किया है। इन्हें अब 25 करोड़ रूपए तक के निवेश पर एंजेल देना पड़ेगा। पहले यह लिमिट 10 करोड़ रूपए था। सरकार की और से यह जानकारी दी गई की स्टार्टअप को 30% की दर से एंजेल टैक्स देना पड़ता है। किसी कंपनी के स्टार्टअप के दायरे रहने की समयसीमा भी बढ़ाई गई है।
रजिस्ट्रेशन की तारीख से 10 साल तक कंपनी को स्टार्टअप माना जाएगा। पहले यह सिमा 7 साल की थी। सरकार ने टर्नओवर की लिमिट बढ़ा दी है। सालाना 100 करोड़ रूपए के टर्नओवर तक स्टार्टअप का दर्जा बना रहेगा। पहले 25 करोड़ रूपए के सालाना टर्नओवर होने पर कंपनियां स्टार्टअप के दायरे से बहार हो जाती थी। पहले कई स्टार्टअप ने एंजेल टैक्स मिलने की शिकायत की थी। उनका कहना था की इससे बिजनेस पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
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कई स्टार्टअप ने एंजेल टैक्स मिलने की शिकायत की थी। |
इन स्टार्टअप को आयकर की धारा 56 ( 2 ) के तहत नोटिस मिल रहे थे। हालांकि, 56 ( 2 ) के तहत छूट लेने के लिए स्टार्टअप को अचल संपत्ति, 10 लाख रूपए के ऊपर के ट्रांसपोर्ट वाहन आदि में निवेश करने से बचना होगा। टैक्स में छूट पाने के लिए योग्य स्टार्टअप को सेल्फ डिक्लेरेशन पर खुद हस्ताक्षर कर डीपीआइआइटी के पास जमा कराना होगा।
भारत में मौजूदा 14 हजार से ज्यादा स्टार्टअप, डीआईपीपी करती है इनकी पहचान
शेयरों की अतिरिक्त कीमत पर लगने वाले टैक्स है एंजेल टैक्स
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शेयरों की अतिरिक्त कीमत पर लगने वाले टैक्स है एंजेल टैक्स |
स्टार्टअप्स अपना कारोबार बढ़ाने के लिए बहार से पैसा जुटाते हैं। पैसे देने वाली कंपनी या संस्था को अपने शेयर जारी हैं। अधिकांश मामलों में यह शेयर असली कीमत के मुकाबले ज्यादा कीमत पर जारी किये जाते हैं। शेयरों की अतिरिक्त कीमत को इनकम माना जाता है। इस पर इनकम टैक्स लगाया जाता है। इसी इनकम टैक्स को एंजेल टैक्स कहा जाता है।
इंस्पेक्टर राज मुक्त व्यवस्था के लिए शुरू हुआ स्टार्टअप इंडिया
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स्टार्टअप इंडिया एक्शन प्लान लॉन्च किया |
सरकार ने उभरते उधमियों को प्रोत्साहन देने के लिए स्टार्टअप इंडिया एक्शन प्लान लॉन्च किया था। इसका लक्ष्य स्टार्टअप को टैक्स में छूट और इंस्पेक्टर मुक्त व्यवस्था देना है। औधोगिक निति एवं संवर्धन विभाग ( डीआईपीपी ) देशभर में 14,600 स्टार्टअप की पहचान की थी। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 2,587 स्टार्टअप हैं।
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