आयुर्वेद में लहसुन को औषधि माना गया है. लहसुन में ऐसे कई एंटी-बैक्टिरियल तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर को गंभीर बिमारियों से दूर रखते हैं. जो लोग अपने भोजन में नियमित रूप से लहसुन का सेवन करते हैं, उन्हें रक्तचाप, हदय रोग, साइनस, एनीमिया, जैसा तकलीफ नहीं होता है. जानिए किस तरह प्रतिदिन लहसुन का सेवन आपको चुस्त-दुरुस्त रखने में मदद करता है.
नियमित रूप से अगर रोज सुबह खाली पेट लहसुन खाया जाये, तो दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा दूर हो जाता है. दरअसल, लहसुन के सेवन से ( ब्लड क्लोटिंग ) नहीं होता. फलतः हार्ट अटैक की संभावना काम हो जाता है. अगर लहसुन के साथ शहद का सेवन किया जाये, तो इससे दिल तक जाने वाला शिराओं ( नर्वस ) जमा वसा निकल जाता है, जिसके वजह से दिल तक ब्लड का सर्कुलेशन आसानी से हो जाता है.
साथ ही, यह ब्लड सर्कुलेशन को नियमित करने में मददगार है. यही वजह है की हाई ब्लडप्रेशर से पीङित लोगों को रोजाना लहसुन खाने का सलाह दिया जाता है. इसके अलावा, पेट से संबंधित सभी बीमारियों जैसे- डायरिया और कब्ज में लहसुन का सेवन फायदेमंद होता है. लहसुन के सेवन से पाचनतंत्र भी दुरुस्त होता है और तनाव से भी मुक्ति मिलता है. हाइपर टेंशन में काफी रहत मिलता है
कैसे करे उपयोग
चार कप पानी में छह-सात लहसुन की कलियां डालकर उबालें. इस पानी को छान लें और गुनगुना कर के सुबह खाली पेट पिएं. इससे डायरिया और कब्ज में शीघ्र आराम मिलेगा. सुबह खाली पेट लहसुन की कलियां खाने से पाचनतंत्र की समस्या दूर होता है. कई बार हमारे शरीर में ऐसे एसिड बनते हैं, जिससे हमें घबराहट का शिकायत होता है.
ऐसे में लहसुन का सेवन इस एसिड को बनाने से रोकता है. लहसुन का एक-दो कली पीसकर दांतों में दार्द वाला जगह पर कुछ देर लगाने से भी आराम मिलता है. जिन लोगों को अक्सर सर्दी-जुकाम की समस्या बना रहता है उन्हें खासतौर पर लहसुन का सेवन करना चाहिए. एंटी-बैक्टिरियल गुणों से भरपूर लहसुन सर्दी-जुकाम के लिए प्राकृतिक दवा का काम करता है.
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