30% से जयदा ग्लोबल ट्रैवेलर्स अपने घर में वर्चुअल ट्रैवल एजेंट का आइडिया पसंद कर रहे हैं। वे ऑग्मेंटेड रियलिटी के जरिए डेस्टिनेशन के बारे में पूरी जानकारी लेना चाहते हैं। इसके अलावा ट्रैवेलर्स अब इंस्टग्राम पोस्ट के लिए नई डेस्टिनेशन्स की तलाश कर रहे हैं।
काम आधारित ट्रैवल
ट्रैवल वर्ल्ड में इको टूरिजम नया नहीं है। अब बड़े व्यवसायी व् बड़ी कंपनियां भी अपनी काम आधारित ट्रिप्स को कर्मचारियों के लिए ज्यादा मजेदार बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
टेक्नोलॉजी आधारित टूरिजम
फ्रिक्शनलेस ट्रैवल की मांग बढ़ रहा है। एक शोध के अनुसार दुनियाभर के 50% ट्रैवलर्स ने माना है की वे की-लेस रूम एक्सेस पसंद करेंगे। वे अब पर्सनलाइज्ड ट्रैवल ट्रिप्स और रोबोटिक्स सर्विस भी चाहते हैं। आर्टिफिशल इंटेलिजेंस और वॉइस सर्च के जरिए हॉलिडे पैकेजेस, पर्सनलाइज्ड आइटिनररी व् अन्य सुविधाओं के साथ वे अब व्यक्तिगत पसंद से तैयार किया गया ट्रिप चाहते हैं। 30% से ज्यादा ग्लोबल ट्रैवलर्स अब अपने घर में वर्चुअल ट्रैवल एजेंट का आईडिया भी पसंद कर रहे हैं। वे ऑग्मेंटेड रियलिटी के जरिए अपनी डेस्टिनेशन के बारे में पूरी जानकारी लेना चाहते है।
वुमन सोलो ट्रैवल
शोध बताते है की अमेरिका की 73% महिलाएं यह मानती हैं की अकेले ट्रैवल करने से वे ज्यादा सशक्त महसूस करती हैं।
खास बकेट लिस्ट
परंपरागत आइटीनररी और साईट सीइंट अब मिलेनियल ट्रैवलर्स को पसंद नहीं आ रहे हैं। वे परिवार सहित एक विश्वसनीय और नई जगह देखना पसंद कर रहे हैं। बकेट लिस्ट अब ज्यादा गोल ओरिएंटेड हो गया है। लोग अब लोकल्स की तरह ही रहना पसंद कर रहे हैं। वे ऑफबीट लाइफस्टाइल का आनंद लेना चाहते हैं।
वेलनेस ट्रैवल
अब जनरल टूरिजम से ज्यादा वेलनेस टुअर पसंद किए जाएंगे। अनुमान लगाया जा रहा है की फिटनेस रिजॉर्ट्स, स्पा होटल्स,नेचुरोपेथी विलेज, आने वाले समय में सबसे ज्यादा देखे जाएंगे।
मौखिक संचार कौशल व्यवसाय में एक स्मार्ट निवेश है
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