जन्म- 19 अप्रैल 1957
शिक्षा- केमिकल इंजी. ( इंस्टिट्यूट ऑफ़ केमिकल टेक्नोलॉजी, मुंबई ) एमबीए ड्रॉपआउट ( स्टैनफोर्ड यूनि. )
कुल संपत्ति- 4.09 लाख करोड़ रूपए ( 15 मई के अनुसार )
परिवार- नीता अंबानी ( नॉन एग्जीक्यूटिव,नॉन इंडिपेंडेड डायरेक्टर )
बेटा- आकाश, अनंत
बेटी- ईशा अंबानी
मुकेश अंबानी अक्सर अपने पिता धीरूभाई अंबानी की एक बात दोहराते हैं- रिलायंस की उम्र हमेशा 30 साल रखना। मुकेश इस बात को अच्छी तरह समझते हैं की भारत युवाओ का देश है और कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए सोच, कार्यशैली और हर स्तर पर उम्र 30 रखनी होगी। 63 साल के मुकेश से जब पूछा गया की इस उम्र में जोश, काम करने का जज्बा, जूनून कहां से लाते हैं, तो उनका जवाब था की उनकी ऊर्जा का श्रोत उनके बच्चें और बच्चों के दोस्त हैं। बच्चो के बिच वक्त बिताकर वह ऊर्जावान महसूस करते हैं।
टोटल मार्केट कैप- 9,86,850 करोड़ रूपए ( 15 मई )
कुल कमाई- 5,89,655 करोड़ रूपए
टैक्स- 15390 करोड़ रूपए
विशुद्ध मुनाफा: 39,387 करोड़ रूपए ( 2017-18 में 36,080 करोड़ रूपए था मुनाफा )
रिफाइनिंग-मार्केटिंग -19,868
पेट्रोकेमिकल्स- 32,173
ऑइल एंड गैस - 1,379*
रिटेल- 5,546
डिजिटल सर्विस- 8,784
मीडिया एंटरटेनमेंट- 52*
( टैक्स छोड़कर मुनाफा और घाटा आकड़े करोड़ रूपए में, 2018-19 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार )
एक कंपनी से 158 सब्सिडरी, 7 एसोसिएट कंपनी तक का सफर
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एक कंपनी से 158 सब्सिडरी, 7 एसोसिएट कंपनी तक का सफर |
1966 धीरूभाई ने कपडा मिल शुरू की विमल नाम से कपडे बेचे।
1977 रिलायंस टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज शेयर मार्किट में आई।
1991 में पोलिस्टर बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बानी।
2000 में जामनगर में पेट्रोकेमिकल रिफाइनरी शुरू की।
2002 इंफोकॉम में आई। 2005 में रिलायंस का बटवारा हुआ।
2009 एनर्जी के क्षेत्र में कदम बढ़ाए। तेल - गैस का खनन शुरू किया।
2014 में रिलायंस रिटेल,रेवेन्यू में देश की सबसे बड़ी चेन बनी।
2016 में जिओ का विस्तार हुआ। 38 करोड़ ग्राहक है इसके।
रिलायंस मार्केट कैप के हिसाब से देशकी सबसे बड़ी कंपनी है। रिलायंस में 16 देशो के 1,94,056 लोग काम कर रहे हैं। कंपनी रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के 48 फीसदी से ज्यादा कर्मचारी 30 साल से भी कम के हैं। रिटेल, टेलिकॉम में कर्मचारियों की औसत उम्र 27-28 वहीं, एफएमसीजी में औसत उम्र 32 हैं।
40 साल में निवेशकों के 10 हजार हो गए 1.65 करोड़ रूपए
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40 साल में निवेशकों के 10 हजार हो गए 1.65 करोड़ रूपए
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1977 में रिलायंस टेक्सटाइल का आईपीओ आया था। 2017 में एजीएम मीटिंग में मुकेश अंबानी ने बताया था की जिन निवेशकों ने 1977 में रिलायंस के 10 हजार रूपए के शेयर लिए थे उनकी 2017 में कीमत 1.65 करोड़ रूपए हो चुकी थी। इसी एजीएम में उन्होंने कहा था की रिन्स पिछले 40 साल से लगातार निवेशकों का पैसा औसतन ढाई साल में दोगुना कर रही हैं।
2021 का लक्ष्य, 3.5 लाख करोड़ रूपए का कर्ज चुकाना
अगस्त 2019 में हुई रिलायंस की एजीएम में मुकेश अंबानी ने कहा था की वह मार्च 2021 तक रिलायंस को डेट फ्री यानि कर्ज से पूरी तरह मुक्त कंपनी बनाना चाहते हैं। रिलायंस पर 3.5 लाख करोड़ रूपए का कर्ज ( ग्रॉस डेट ) है। इसी के तहत रिलायंस सऊदी अरब की अरामको से डील और मार्केट में राइट्स इश्यू से पैसा जुटा रही है।
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2021 का लक्ष्य, 3.5 लाख करोड़ रूपए का कर्ज चुकाना
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अगस्त 2019 में हुई रिलायंस की एजीएम में मुकेश अंबानी ने कहा था की वह मार्च 2021 तक रिलायंस को डेट फ्री यानि कर्ज से पूरी तरह मुक्त कंपनी बनाना चाहते हैं। रिलायंस पर 3.5 लाख करोड़ रूपए का कर्ज ( ग्रॉस डेट ) है। इसी के तहत रिलायंस सऊदी अरब की अरामको से डील और मार्केट में राइट्स इश्यू से पैसा जुटा रही है।
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